साइड न देने पर एसडीओपी ने थाने भिजवाई बस, यात्रियों को दो घंटे झेलनी पड़ी परेशानी

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दमोह में अफसरशाही का अजब रूपः सड़क पर नहीं दी साइड तो थाने पहुंची पूरी बस,
पुलिस का रौब कहे या वर्दी की गर्मी, बस द्वारा साइड ना देने पर एसडीओपी  साहब ने बस को भिजवाया थाने
दमोह। कहावत है कि पुलिस की न दोस्ती अच्छी न दुश्मनी। लेकिन पुलिस से आपकी दोस्ती या दुश्मनी न भी हो तो भी आपको थाने जाना पड़ सकता है। बस जरूरत इस बात की है कि आप उस बस में सवार हों जिसने पुलिस के आला अधिकारी को साइड न दी हो। कुछ ऐसा ही मामला दमोह जिले के तेंदूखेड़ा जनपद में सामने आया जहां अनुविभागीय अधिकारी (पुलिस) तेंदूखेड़ा को बीच बाजार में एक बस ने साइड नहीं दी। बस क्या था फिर, साइड न मिलने पर बौखलाए कर एसडीओपी साहब ने आव देखा न ताव और बस को यात्री समेत थाने में जमा करवा दिया।
क्या है मामला?
मंगलवार को जिले के तेंदूखेड़ा जनपद में एक अजीबोगरीब वाक्या तब सामने आया जब एक यात्री बस द्वारा पुलिस के अधिकारी को साइड नहीं दी गई और बौखलाए पुलिस अधिकारी ने यात्रियों से भरी बस तेंदूखेड़ा थाने में रखवा दी। दरअसल मंगलवार को तेंदूखेड़ा नगर का साप्ताहिक बाजार रहता है भीड़भाड़ की चलते आने जाने में परेशानी होती है। नगर की यातायात व्यवस्था पूर्ण रूप से कई सालों से गड़बड़ है। सड़क किनारे छोटे छोटे दुकानदार और अन्य वाहनों की आवाजाही सड़क पर जाम जैसी स्थिति पैदा कर देती है। इसी जाम में एक बस और उसके पीछे एसडीओपी तेंदूखेड़ा का वाहन फंसा था। मंगलवार को दोपहर 3:05 पर यादव बस कंपनी की बस जबलपुर से दमोह जाने वाली यादव ट्रेवल्स की बस जब बस स्टैंड से दमोह के निकली तो भीडवाड़ के कारण धीरे-धीरे आगे बढ़ रही थी पीछे एसडीओपी पुलिस का सरकारी वाहन चल रहा था तारादेही तिराहे पर खड़े दर्जनों ऑटो रिक्शा के कारण बस को रुकना पड़ा एसडीओपी वाहन के चालक ने लगातार सायरन बजाया लेकिन आगे बढ़ाने कोई जगह न होने के कारण बस खड़ी रही। इससे बौखलाए एसडीओ डी एस ठाकुर ने तत्काल ही यात्रियों से भरी बस को थाने भिजवा दिया और यात्रियों की एक नहीं सुनी। यात्रियों न बताया कि बस में एक बीमार महिला भी थी। यात्रियों एवं उपस्थित लोगों द्वारा एसडीओपी से कहा गया कि बस का चालान काट दें लेकिन बस को जाने दें लेकिन एसडीओपी ने किसी की एक नहीं मानी और बस को थाने भिजवा दिया। पुलिस की इस प्रकार की प्रणाली से जहां बस यात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ा वही बस मालिक भी अपने यात्रियों को सुविधा नहीं दे सके लगभग 2 घंटे इंतजार के बाद सवारियां दूसरी बसों से अपने-अपने गंतव्य के लिए रवाना हूं।
“पुलिसिया रौब कहें या वर्दी की गर्मी, एसडीओपी तेंदूखेड़ा ने साइड न मिलने पर यात्रियों से भरी बस को थाने में रखवा दिया।
दो घंटे से ज्यादा परेशान हुए महिला और बच्चे।
बीच बाजार सड़क पर जगह न होने के चलते यात्री बस नहीं दे पाई एसडीओपी के वाहन को साइड
गुस्साए एसडीओपी तेंदूखेड़ा ने यात्रियों से भरी बस को थाने ले जाकर किया चलान।
यात्रियों ने बताया बस में सवार महिला एवं बच्चे दो घंटे हुए परेशान।”
बस मे बैठी सवारियों को हुई परेशानी
जबलपुर से दमोह जा रही सवारियों को काफी हैरानी परेशानी हुई लगभग 2 घंटे तक इंतजार करने के बाद पुलिस ने बस नहीं छोड़ी जबकि यात्रियों का कहना था कि ड्राइवर की कोई गलती नहीं थी। भीड़भाड़ के कारण पीछे की गाड़ी को साइड नहीं दी जा सकी जिसके कारण हम लोगों को पुलिस थाने लेकर आई। यात्रियों जिन्होंने यह बात बताई उनमें प्रभात पाठक प्रदीप वर्मा रूपलाल देवकी चौधरी कमल लता ठाकुर बृजेश सिंह पिंकी सहित अन्य यात्री शामिल है।
इनका कहना है – 
इस संबंध में तेंदूखेड़ा एसडीओपी डी एस ठाकुर का कहना था कि बस वाले मनमानी कर रहे हैं लगभग 10 मिनट तक सायरन बजाया गया लेकिन बस वाले ने बस नहीं हटाई साथ ही ड्राइवर और कंडक्टर बिना ड्रेस के थे जिसके तहत चलानी कार्रवाई की जा रही है बस अभी नहीं छोड़ी जा सकती।

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