विद्युत वितरण केंद्र हिनौता की लापरवाही – मेंटेनेंस पर लाखों खर्च, फिर भी बिजली बेहाल, 11 केवी लाइनें बनी मुसीबत, रोजाना ट्रिपिंग से लोग परेशान

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दमोह/हटा। जिले के हटा ब्लॉक के हिनौता विद्युत वितरण केंद्र अंतर्गत 11 केवी विद्युत लाइनें इन दिनों आम जनता के लिए बड़ी मुसीबत बन चुकी हैं। उमस भरी गर्मी में जहां लोग पहले से ही परेशान हैं, वहीं रोजाना होने वाली ट्रिपिंग और घंटों तक बिजली गुल रहने से हालात और बिगड़ गए हैं। उपभोक्ताओं का कहना है कि बिना बिजली के घरों में लगे उपकरण शोपीस बनकर रह जाते हैं।
विभागीय दावों और जमीनी हकीकत में बड़ा फर्क साफ नजर आता है। प्री-मानसून मेंटेनेंस के नाम पर विभाग ने लाखों रुपए खर्च कर केवल टहनियों की कटाई-छंटाई कर खानापूर्ति कर दी, लेकिन असली समस्या इंसुलेटर और अन्य तकनीकी उपकरणों की अनदेखी से जस की तस बनी हुई है। नतीजा यह कि रोजाना फॉल्ट सामने आ रहे है। सुबह से लेकर रात तक बार-बार सप्लाई बाधित होना अब आम बात हो गई है। सूत्रों के अनुसार हिनौता विद्युत वितरण केंद्र में कनिष्ठ अभियंता प्रदीप पटेल के प्रभार संभालने के बाद से क्षेत्र में बिजली व्यवस्था पूरी तरह बेपटरी हो गई है। 11 केवी लाइन से ग्रामीण अंचलों तक सप्लाई दी जाती है, लेकिन बार-बार इंसुलेटर जलने या तारों के टकराने से फॉल्ट आते रहते हैं। जागरूक उपभोक्ताओं का कहना है कि फॉल्ट ट्रेसिंग और सुधार कार्य में घंटों लग जाते हैं। कभी-कभी समस्या तुरंत पकड़ में आ जाए तो आपूर्ति बहाल हो जाती है, लेकिन अक्सर लोग लंबे समय तक बिजली की समस्या से जूझते हैं।
ग्रामीण उपभोक्ताओं का यह भी आरोप है कि विभाग हर महीने रकम वसूलने में तो कोई चूक नहीं करता, लेकिन समय पर मेंटेनेंस और जर्जर लाइन दुरुस्ती की दिशा में कोई गंभीरता नहीं दिखाई जाती। पेड़ों से टकराती तारें, ढीले खंभे और किसी बड़े हादसे का कारण बन सकते हैं। जिम्मेदार अधिकारियों की यह लापरवाही अब लोगों के बीच चर्चा का विषय बनी हुई है।

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